आज हमने फिर से लोगों की मदद करके अपने दिन की शुरुआत की।

 हमारी मुलाकात एक आदमी से हुई जिसका नाम प्रकाश था और उसका कोई परिवार नहीं था

उसकी हालत बहुत खराब थी और उसने फटे हुए कपड़े पहने हुए थे |

उनसे बात करने के बाद हमें पता चला कि उनका अतीत काफी दर्दनाक रहा है |

हमने उनसे पूछा कि क्या वह अपनी हालत सुधारना चाहते हैं |

उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही थी |

 हम उसे अपने दान पात्र आश्रम में ले गए |

वहां हमने उसके बाल काटे और उसे नहलाया।

हमने उसे कुछ अच्छा खाना भी खिलाया और उसे यहीं रहने के लिए कहा।