आज हम फिर जीवन सुधारने के लिए निकले |

एक बाबा मिले जिनका हमने हाल चाल पूछा |

उनका खुद का घर नही था और वह रोड मे रहते थे |

हमने उनको अपने दान पात्रा आश्रम ले जाने के लिए समझाया |

 वह हमारी बात नही सुन रहे थे और कपड़े उतरने लगे |

कुछ साल पहले भी हमने उनकी मदद करी थी |

बहुत मुश्किल से हम उनको अपने आश्रम ले कर आए |

हमारी टीम ने उनको नहलाकर  नये कपड़े पहनाए |

फिर हमने उनको अच्छा घर का खाना खिलाया |