यह कहानी गंगा नाम की सत्री की है |

गंगा अपने घर वालो से दूर दस सालो से सड़को पर रह रही थी |

खाने के लिए भीक मांगती या फिर किसी दिन भूखी रह लेती |

गंगा अन्य प्रकार के रोगो का भी शिकार हो रखी थी |

हमरी दान पात्रा टीम ने गंगा के जीवन को सुधारने का प्रयास किया |

वहाँ उपस्थित अन्य लोगो की मदद से हमने गंगा को हमारी गाड़ी से आश्रम लाया |

उसके बाद सबसे पहले हमारी टीम ने बहुत प्रयास के बाद उसके बाल कांटे |

हमारी टीम ने फिर गंगा को नहलाया और नये कपड़े भी दिए |

हमारी अब यही उमीद है की गंगा हमारे आश्रम मे एक अछा जीवन बिताए |